नगर पंचायत कार्यालय में आखिर आधी रात में क्या हो रहा था जो बना चर्चा का विषय
कार्यालय के बाहर संदिग्ध लोगों की आवाजाही के फोटो हो रहे वायरल

औरंगाबाद( बुलंदशहर )नगर पंचायत कार्यालय में आधी रात को कुछ लोगों की आवाजाही के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने से नगर पंचायत कार्यालय संदेह के दायरे में आ गया है। प्रश्न यह उठता है कि आखिर नगर पंचायत कार्यालय आधी रात में किसके आदेश पर क्यों खुल रहा था और वहां आखिर क्या हो रहा था।
नगर पंचायत औरंगाबाद की कार्यप्रणाली संदेह के दायरे में आ गई है। रविवार की रात्रि में लगभग ग्यारह बजे पंचायत कार्यालय का मेनगेट खुला हुआ होने और एक दागी लिपिक के साथ कुछ लोगों को कार्यालय के बाहर संदिग्ध परिस्थितियों में देखे जाने के फोटो वायरल हो रहे हैं। गौरतलब है कि नगर पंचायत औरंगाबाद में भृष्टाचार लीपापोती घपले कमीशनखोरी की शिकायतें लगातार शासन प्रशासन को होती आ रही हैं साथ ही अनेक लोगों ने आर टी आई लगा कर नगर पंचायत के रिकार्ड बिल बाउचर कैश बुक आदि की प्रतियां उपलब्ध कराये जाने की मांग की हुई है। पूर्व चेयरमैन राजकुमार लोधी की आर टी आई के जबाब में ए डी एम प्रशासन प्रमोद पाण्डेय ने अधिशासी अधिकारी को आवेदन कर्ता को नगर पंचायत रिकॉर्ड का अवलोकन कराने के निर्देश जारी किए थे। राजकुमार लोधी का कहना है कि सोमवार को रिकार्ड नहीं दिखाया गया और अगले पांच दिन का समय मांगा गया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जो लिपिक नैमपाल सिंह रविवार की रात में नगर पंचायत कार्यालय के बाहर संदिग्ध हालात में नजर आ रहा है उसके खिलाफ पूर्व अधिशासी अधिकारी मुख्तयार सिंह द्वारा धारा 420,427 के अंतर्गत औरंगाबाद थाने में गबन करने सरकारी रिकॉर्ड गायब करने और सरकारी रसीद बुक कैश बुक आदि गायब करने का मामला दर्ज कराया था जिसके चलते उसे पुलिस ने बंदी बनाकर जेल भेजा था । न्यायालय में मुकदमा चलते रहने के बाबजूद इसको किस आधार पर चार्ज दिया गया यहभी जांच का विषय है। पूर्व चेयरमैन राजकुमार लोधी का कहना है कि एक बार फिर से नगर पंचायत के रिकार्ड को गायब करने अथवा फूंक देने की साज़िश रची जा रही है। उन्होने ए डी एम प्रशासन को शिकायत करने की बात कही है।
रिपोर्टर राजेंद्र अग्रवाल