राजस्थान

गर्माया सिंचाई पानी आंदोलन, किसानों ने हाईवे को किया जाम

अनिश्चितकालीन चक्काजाम कर जताया विरोध, आंदोलन उग्र करने की दी चेतावनी

अनूपगढ़: इंदिरा गांधी नहर परियोजना के प्रथम चरण में सिंचाई पानी की मांग को लेकर पिछले दिनों घड़साना से शुरू हुआ सिंचाई आंदोलन शनिवार को चक्काजाम में बदल गया। संयुक्त किसान मौर्चा के आह्वन पर आंदोलन को तेज करते हुए किसानों ने अनूपगढ़–घड़साना नेशनल हाईवे 911 पर 12 एमडी टोल प्लाजा, खाजूवाला तथा लूणकरणसर में हाईवे जाम करते हुए अनिश्चितकालीन चक्का जाम लगा दिया। चक्काजाम के दौरान वाहनों की आवाजाही को ठप कर दिया। हालांकि इमरजेंसी सेवायो से जुड़े वाहनों को नही रोका गया।

ज्ञात रहे कि रबी फसलों के पकाव के लिए आईजीएनपी के प्रथम चरण से जुड़े किसानों की ओर से अतिरिक्त सिंचाई पानी की मांग की जा रही है। इसी मांग को लेकर प्रशासन और सिंचाई विभाग के साथ संयुक्त किसान मोर्चा की वार्ताएं विफल रहने के बाद चक्काजाम किया गया। अनूपगढ़–घड़साना हाईवे पर स्थित 12 एमडी टोल प्लाजा पर किसानों ने अनिश्चितकालीन चक्का जाम करते हुए हाईवे जाम कर दिया तथा सरकार के खिलाफ जमकर रोष जताया। इस दौरान संयुक्त किसान मौर्चा से जुड़े किसान नेता सत्यप्रकाश सिहाग, राजू जाट, सुनील गोदारा, विधायक शिमला नायक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सचिव रामदेवी बावरी, रायसिंहनगर सहकारी समिति के चेयरमैन कालू थोरी, अशोक जाखड़, सुमन ज्याणी सहित अन्य वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए पर्याप्त सिंचाई पानी देने की मांग की। किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को सिंचाई पानी नहीं मिला तो 2004 की तरह ही उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने राज्य सरकार पर जानबूझकर किसानों को पानी नहीं देने का आरोप लगाया। किसान नेताओं ने कहा कि जब तक सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलेगा तब तक पूरे प्रथम चरण के किसानो का आंदोलन जारी रहेगा।

मुस्तेद रहा पुलिस–प्रशासन
चक्का जाम के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला कलेक्टर डॉक्टर मंजू और एसपी गौरव यादव लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। एडिशनल एसपी सुरेंद्र कुमार और भंवरलाल के नेतृत्व में पुलिस अधिकारीयो ने मौका मुआयना किया। इस दौरान पुलिस का भारी जाब्ता तैनात रहा।

वार्ता बेनतीजा रही थी वही अनूपगढ़ एडीएम ऑफिस में जिला कलेक्टर डॉ मंजू, एसपी गौरव यादव और जल संसाधन विभाग (जयपुर) के मुख्य अभियंता अमरजीत मेहरडा ने सिंचाई पानी को लेकर किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता की। वार्ता में किसान संगठनों ने 2400 क्यूसेक पानी चलाने की मांग की जिसपर अमरजीत मेहरड़ा ने पोंग डैम, रणजीत सागर बांध और हरिके बैराज में पानी की कमी के कारण सिंचाई पानी की समस्या उतपन्न हुई। इस दौरान वार्ता में भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों को देखकर संयुक्त किसान मोर्चा ने नाराज की जाहिर करते हुए बैठक का कुछ समय के लिए बैठक का बहिष्कार कर दिया था। करीब 1 घंटे तक चली वार्ता बेनतीजा रही,

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